आधार वर्चुअल आईडी (VID) क्या है? इसे कैसे बनाएं और सुरक्षित इस्तेमाल करें

आधार वर्चुअल आईडी (VID) क्या है? इसे कैसे बनाएं और सुरक्षित इस्तेमाल करें

आज के डिजिटल युग में आधार कार्ड हमारी पहचान का सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि हर बार आधार नंबर शेयर करने से आपकी निजी जानकारी का खतरा बढ़ जाता है? मैंने खुद कई बार ऑनलाइन KYC करते हुए यह चिंता महसूस की है। इसी समस्या का समाधान है आधार वर्चुअल आईडी या VID। यह UIDAI द्वारा प्रदान की गई एक स्मार्ट सुविधा है जो आपकी गोपनियता की रक्षा करती है। आइए, सरल हिंदी में समझते हैं कि आधार VID क्या है, इसे कैसे बनाएं और इसका इस्तेमाल कैसे करें।

आधार वर्चुअल आईडी (VID) क्या है?

आधार वर्चुअल आईडी एक 16-अंकीय अस्थायी और रद्द करने योग्य नंबर है जो आपके 12-अंकीय आधार नंबर से जुड़ा होता है। UIDAI ने इसे 2018 में लॉन्च किया ताकि लोग आधार नंबर सीधे शेयर न करें। VID का इस्तेमाल e-KYC, ऑथेंटिकेशन या वेरिफिकेशन के लिए आधार नंबर की जगह किया जा सकता है। इससे एजेंसी को आपका नाम, पता, फोटो या बायोमेट्रिक डेटा मिल जाता है, लेकिन असली आधार नंबर नहीं।

उदाहरण के लिए, मान लीजिए आप बैंक अकाउंट खोल रहे हैं। वहां आधार नंबर मांगा जाता है, लेकिन VID देकर आप वेरिफाई हो जाते हैं बिना अपनी असली ID रिस्क पर डाले। यह नंबर रैंडम होता है और VID से आधार नंबर ट्रेस नहीं किया जा सकता। एक समय पर केवल एक ही VID एक्टिव रहता है, और नया जनरेट करने से पुराना अपने आप डीएक्टिवेट हो जाता है।

आधार VID के फायदे: क्यों इस्तेमाल करें?

VID का सबसे बड़ा फायदा है आपकी डेटा सिक्योरिटी। आजकल साइबर फ्रॉड इतने आम हो गए हैं कि आधार नंबर शेयर करने से पहचान चोरी का डर रहता है। VID से यह रिस्क कम हो जाता है क्योंकि यह टेम्पररी है और रद्द हो सकता है।

  • प्राइवेसी प्रोटेक्शन: आधार नंबर छिपा रहता है, सिर्फ जरूरी डेटा शेयर होता है।
  • फ्रॉड से बचाव: अगर कोई VID चुरा भी ले, तो नया जनरेट करके पुराना अमान्य कर दें।
  • सरकारी योजनाओं में आसानी: सब्सिडी या लाभ लेते समय सुरक्षित वेरिफिकेशन।
  • e-KYC में सुविधा: बैंक, इंश्योरेंस या टेलीकॉम सर्विसेज में तेजी से काम।

हमने खुद एक बार ऑनलाइन लोन अप्लाई करते हुए VID का इस्तेमाल किया। लगा जैसे मेरी जानकारी सुरक्षित हाथों में है, बिना किसी टेंशन के। यह सुविधा डिजिटल इंडिया को और मजबूत बनाती है।

आधार वर्चुअल आईडी कैसे बनाएं? स्टेप-बाय-स्टेप गाइड

VID बनाना बेहद आसान है। इसके लिए रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर जरूरी है। तीन मुख्य तरीके हैं: वेबसाइट, mAadhaar ऐप या SMS। आइए विस्तार से देखें।

1. UIDAI वेबसाइट से VID जनरेट करें

  • UIDAI की ऑफिशियल साइट myAadhaar पर जाएं (www.uidai.gov.in)।
  • ‘Virtual ID (VID) Generator’ पर क्लिक करें।
  • अपना 12-अंकीय आधार नंबर और कैप्चा एंटर करें।
  • ‘Send OTP’ पर क्लिक करें; रजिस्टर्ड मोबाइल पर OTP आएगा।
  • OTP डालें, ‘Generate VID’ चुनें और सबमिट करें।
  • VID आपके मोबाइल और ईमेल पर आ जाएगा।

अगर पुराना VID चाहिए, तो ‘Retrieve VID’ चुनें।

2. mAadhaar ऐप से बनाएं

  • Google Play या App Store से mAadhaar ऐप डाउनलोड करें।
  • ऐप ओपन करें, ‘Register Aadhaar’ पर टैप करें।
  • 4-अंकीय पिन बनाएं, आधार नंबर और कैप्चा डालें।
  • OTP वेरिफाई करें और VID जनरेट करें।

3. SMS से VID प्राप्त करें

  • रजिस्टर्ड मोबाइल से “GVID” स्पेस आधार के आखिरी 4 अंक टाइप करें (जैसे GVID 1234)।
  • 1947 पर SMS भेजें।
  • VID तुरंत SMS से मिल जाएगा।

नोट: एक दिन में केवल एक नया VID जनरेट कर सकते हैं। अगर मोबाइल नंबर लिंक नहीं है, तो पहले आधार सेंटर जाकर अपडेट कराएं।

आधार VID का इस्तेमाल कैसे करें?

VID का उपयोग आधार नंबर की तरह ही होता है। e-KYC या वेरिफिकेशन फॉर्म में आधार नंबर की जगह VID डालें। एजेंसी UIDAI से चेक करेगी, और OTP या बायोमेट्रिक से कन्फर्म हो जाएगा। उदाहरणस्वरूप, पासपोर्ट अप्लाई करते समय या इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदते समय VID दें। यह OTP, डेमोग्राफिक या बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन के लिए काम करता है।

ध्यान दें: VID से आधार डाउनलोड नहीं कर सकते, और एजेंसी इसे जबरदस्ती नहीं मांग सकती। हमेशा नया VID इस्तेमाल करें ताकि पुराना इनवैलिड हो जाए।

आधार VID से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें

VID वैलिडिटी एक दिन की होती है या नया जनरेट करने तक। कोई चार्ज नहीं लगता, और यह फ्री है। अगर आप परिवार के लिए बनाना चाहें, तो उनके आधार से अलग-अलग जनरेट करें। 2025 में UIDAI ने इसे और मजबूत बनाया है, जैसे UPI या DBT में इंटीग्रेशन। लेकिन हमेशा ऑफिशियल चैनल इस्तेमाल करें, फेक ऐप्स से बचें।

VID का इस्तेमाल करने से, सेवा प्रदाता केवल इतना जान पाता है कि आप एक वैध (Valid) आधार धारक हैं, और उसे आपका असली 12 अंकों का आधार नंबर नहीं मिलता।

फीचर (Feature)आधार नंबर (Aadhaar Number)वर्चुअल आईडी (VID)
अंकों की संख्या12 अंक16 अंक
सुरक्षाउच्च जोखिम (यदि लीक हो जाए)कम जोखिम (अस्थायी होता है)
प्रकृतिस्थायी (Permanent)अस्थायी (Temporary)
इस्तेमालहर जगह देना ज़रूरी नहींआधार वेरिफिकेशन के लिए बेहतर विकल्प

इस्तेमाल का तरीका: जब कोई सर्विस प्रोवाइडर आपसे ‘Aadhaar Number’ पूछता है, तो वहाँ 12 अंकों के आधार नंबर की जगह आप 16 अंकों का अपना नया जेनरेट किया हुआ VID दर्ज कर सकते हैं। वेरिफिकेशन प्रक्रिया पहले की तरह ही पूरी हो जाएगी।

आधार VID जैसी सुविधाएं हमें सशक्त बनाती हैं। यह न सिर्फ प्राइवेसी बचाती है बल्कि डिजिटल दुनिया में भरोसा बढ़ाती है। आज ही अपना VID जनरेट करें और सुरक्षित रहें। अगर आपको यह जानकारी मददगार लगी, तो शेयर करें और कमेंट में अपना अनुभव बताएं। आपकी सुरक्षा मेरी प्राथमिकता है!

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