भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) की लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है, और इसके साथ ही EV चार्जिंग स्टेशनों की मांग भी बढ़ रही है। पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों और पर्यावरणीय जागरूकता के चलते लोग इलेक्ट्रिक वाहनों को प्राथमिकता देने लगे हैं। सरकार भी FAME-II स्कीम और अन्य सब्सिडी कार्यक्रमों के माध्यम से EV चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा दे रही है।
अगर आप एक फायदे वाला और स्थायी बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, तो EV चार्जिंग स्टेशन एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। सही लोकेशन, निवेश, और सरकारी योजनाओं का लाभ उठाकर आप इस बिजनेस में शानदार कमाई कर सकते हैं।
इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि EV चार्जिंग स्टेशन कैसे लगाएं, कितनी लागत आएगी, कौन-कौन से लाइसेंस जरूरी होंगे, और इससे कमाई के क्या-क्या अवसर हैं। अगर आप EV इंडस्ट्री में कदम रखना चाहते हैं, तो यह गाइड “EV Charging Station kaise lagaye” आपके लिए बेहद उपयोगी साबित होगी!
EV चार्जिंग स्टेशन क्यों लगाना चाहिए?
1. EV का बढ़ता ट्रेंड
भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री तेजी से बढ़ रही है। सरकार ने 2030 तक इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रमोट करने का लक्ष्य रखा है, जिससे EV चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की मांग भी बढ़ रही है।
2. सरकारी सब्सिडी और स्कीम्स
भारत सरकार FAME-II (Faster Adoption and Manufacturing of Electric Vehicles) स्कीम के तहत EV चार्जिंग स्टेशनों को बढ़ावा दे रही है। कई राज्यों में अनुदान और टैक्स छूट भी दी जा रही है।
3. लॉन्ग-टर्म प्रॉफिट बिजनेस
एक बार सेटअप करने के बाद, EV चार्जिंग स्टेशन से रेगुलर इनकम हो सकती है। इसके अलावा, इसमें मेंटेनेंस कॉस्ट भी कम होती है।
EV चार्जिंग स्टेशन लगाने के लिए आवश्यकताएं
1. स्थान (Location Selection)
- हाईवे, मॉल, अपार्टमेंट, ऑफिस एरिया या पेट्रोल पंप के पास जगह चुनें।
- स्थान ऐसा हो जहां EV यूजर आसानी से पहुंच सकें।
- कम से कम 500-1000 स्क्वायर फीट की जगह हो।
2. बिजली कनेक्शन और लोड क्षमता
- EV चार्जिंग स्टेशन के लिए 50kW से 250kW तक के हाई वोल्टेज कनेक्शन की जरूरत होती है।
- DISCOM (डिस्ट्रिब्यूशन कंपनी) से बिजली कनेक्शन लेना जरूरी होगा।
3. लाइसेंस और परमिट
- राज्य सरकार और DISCOM से अनुमति लेनी होगी।
- NOC (No Objection Certificate) लेना जरूरी हो सकता है।
- पर्यावरण मंजूरी और फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट भी आवश्यक हो सकता है।
EV चार्जिंग स्टेशन लगाने की मिनिमम लागत
खर्च का प्रकार | अनुमानित लागत (INR में) |
---|---|
भूमि लागत | स्थान के अनुसार |
बिजली कनेक्शन | 2-5 लाख |
चार्जिंग मशीनें | 5-10 लाख |
लाइसेंस और परमिट | 50,000 – 2 लाख |
अन्य खर्च (इंस्टॉलेशन, मेंटेनेंस) | 2-5 लाख |
कुल निवेश | 10-20 लाख (अनुमानित) |
चार्जिंग स्टेशन के लिए आवश्यक उपकरण
- AC और DC चार्जर (फास्ट चार्जिंग के लिए DC चार्जर बेहतर होता है)
- ट्रांसफार्मर और केबल्स
- पेमेंट गेटवे सिस्टम (QR कोड, UPI, कार्ड पेमेंट सुविधा)
- CCTV कैमरा और सिक्योरिटी सिस्टम
- EV चार्जिंग सॉफ्टवेयर (रियल-टाइम मॉनिटरिंग के लिए)
EV चार्जिंग स्टेशन के लिए कौन-कौन से लाइसेंस जरूरी हैं?
भारत में EV चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने के लिए विभिन्न प्रकार के लाइसेंस और परमिट की आवश्यकता होती है। नीचे दिए गए टेबल में इन लाइसेंस और परमिट की जानकारी दी गई है:
लाइसेंस/परमिट का नाम | विवरण | जारी करने वाला प्राधिकरण |
---|---|---|
EV चार्जिंग स्टेशन पंजीकरण | EV चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने के लिए आवश्यक पंजीकरण | राज्य सरकार / विद्युत वितरण कंपनियाँ (DISCOMs) |
बिजली वितरण लाइसेंस | बिजली की खरीद और वितरण के लिए आवश्यक लाइसेंस | केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (CEA) / राज्य विद्युत नियामक आयोग (SERC) |
फायर सेफ्टी एनओसी | आग से सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक अनापत्ति प्रमाण पत्र | स्थानीय अग्निशमन विभाग |
पर्यावरणीय मंजूरी (NOC) | पर्यावरणीय सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक | राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (SPCB) |
भूमि उपयोग प्रमाणपत्र | व्यावसायिक उपयोग के लिए भूमि स्वीकृति | नगर निगम / विकास प्राधिकरण |
शॉप एंड एस्टेब्लिशमेंट एक्ट पंजीकरण | व्यावसायिक संचालन के लिए कानूनी पंजीकरण | राज्य श्रम विभाग |
GST पंजीकरण | व्यवसाय संचालन के लिए आवश्यक कर पंजीकरण | वस्तु एवं सेवा कर (GST) विभाग |
भारतीय पेट्रोलियम और विस्फोटक सुरक्षा संगठन (PESO) प्रमाणपत्र | EV चार्जिंग उपकरणों की सुरक्षा प्रमाणित करने के लिए आवश्यक | PESO (Petroleum and Explosives Safety Organization) |
विद्युत सुरक्षा प्रमाणपत्र | विद्युत उपकरणों और वायरिंग की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए | राज्य विद्युत निरीक्षक (Electrical Inspectorate) |
नोट:
- राज्य और केंद्र सरकार की नीतियों के अनुसार कुछ अतिरिक्त अनुमतियों की आवश्यकता हो सकती है।
- विशेष रूप से हाई-स्पीड चार्जिंग स्टेशनों के लिए अतिरिक्त सुरक्षा और तकनीकी अनुमोदन की आवश्यकता हो सकती है।
यदि आप किसी विशेष राज्य में EV चार्जिंग स्टेशन खोलना चाहते हैं, तो संबंधित राज्य विद्युत बोर्ड और नगर निगम से अतिरिक्त जानकारी लेना आवश्यक है।
EV चार्जिंग स्टेशन से कमाई कैसे होगी?
1. चार्जिंग फीस से कमाई
EV चार्जिंग स्टेशन का मुख्य रेवेन्यू सोर्स चार्जिंग फीस होगी। आमतौर पर चार्जिंग की कीमत 10-25 रुपये प्रति यूनिट होती है।
2. विज्ञापन और ब्रांडिंग
चार्जिंग स्टेशन की स्क्रीन पर विज्ञापन देकर भी कमाई की जा सकती है।
3. फ्रेंचाइज़ी मॉडल
बड़ी कंपनियों के साथ टाई-अप करके फ्रेंचाइज़ी मॉडल से मुनाफा बढ़ाया जा सकता है।
EV चार्जिंग स्टेशन लगाने के लिए सरकार की मदद और स्कीम्स
भारत सरकार कई तरह की स्कीम्स चला रही है, जिनसे EV चार्जिंग स्टेशन लगाने में मदद मिल सकती है। कुछ प्रमुख स्कीम्स:
- FAME-II स्कीम – चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए सब्सिडी
- स्टेट गवर्नमेंट इंसेंटिव्स – कई राज्य चार्जिंग स्टेशन लगाने पर टैक्स बेनिफिट देते हैं।
- MSME और स्टार्टअप लोन – बिजनेस के लिए सरकारी लोन योजनाएं उपलब्ध हैं।
EV चार्जिंग स्टेशन कहां-कहां लगाएं?
- हाइवे और एक्सप्रेसवे
- मेट्रो शहरों के पार्किंग एरिया
- बड़े मॉल और सुपरमार्केट
- अपार्टमेंट और ऑफिस कॉम्प्लेक्स
- रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड
EV चार्जिंग स्टेशन के लिए टॉप कंपनियां
- Tata Power EV Charging
- ChargeGrid by Magenta
- Fortum India
- Delta Electronics
- Exicom Power Solutions
EV चार्जिंग स्टेशन लगाना एक बेहतरीन बिजनेस आइडिया है, खासकर तब जब इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग तेजी से बढ़ रही है। सही प्लानिंग और सरकारी सब्सिडी का लाभ उठाकर आप इस बिजनेस से अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।