अपना पहला घर खरीदने के लिए बजट कैसे बनाएं?

अपना पहला घर खरीदने के लिए बजट कैसे बनाएं?

अपना खुद का घर, यह हर किसी का एक बड़ा सपना होता है लेकिन इस सपने को हकीकत में बदलते समय, सबसे महत्वपूर्ण कदम होता है – एक मजबूत वित्तीय बजट तैयार करना। एक सुनियोजित बजट आपको यह सुनिश्चित करने में मदद करता है कि आप ना सिर्फ घर खरीद सकें, बल्कि आराम से उसमें रह भी सकें।

आइए, इस ब्लॉग में हम गहराई से जानते हैं कि आप अपने पहले घर को खरीदने के लिए एक मजबूत बजट कैसे बना सकते हैं:

अपना पहला घर खरीदने के लिए बजट कैसे बनाएं?

घर खरीदना एक बड़ा फैसला होता है, जल्दबाजी में कोई भी फैसला न लें। अपनी योजना बनाएं, उस पर अमल करें और धैर्य रखें।

1. कमाई और खर्च का आंकलन करें:

बजट बनाने का पहला कदम है अपनी आय और खर्च का पूरा हिसाब करना। महीने के शुरूआत में यह निर्धारण करें कि आप कितना कमाते हैं और आपका हर महीने का खर्च कैसा है। इसके लिए आप किसी स्प्रैडशीट या मोबाइल ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं।

आपकी आय में वेतन, किराया (यदि लागू हो), निवेश से होने वाली आमदनी आदि शामिल हैं वहीं, खर्चों में किराया/ईएमआई, बिजली का बिल, राशन का खर्च, यात्रा व्यय, मनोरंजन आदि शामिल हैं।

उदाहरण टेबल:

आय स्रोतराशि
वेतन₹50,000
निवेश से होने वाली आमदनी₹5,000
कुल आय₹55,000
खर्च का प्रकारराशि
किराया₹15,000
बिजली का बिल₹3,000
राशन का खर्च₹10,000
यात्रा व्यय₹5,000
मनोरंजन₹3,000
अन्य खर्च₹4,000
कुल खर्च₹40,000

2. ऋण देने की योग्यता का पता लगाएं:

बैंक आपको आपकी आय और क्रेडिट स्कोर के आधार पर ही लोन राशि स्वीकृत करते हैं इसलिए, अगला कदम है विभिन्न बैंकों से संपर्क करके यह पता लगाना कि आप कितना लोन लेने के लिए पात्र हैं।

आम तौर पर, बैंक आपकी सकल मासिक आय (जीएमआई) का एक निश्चित प्रतिशत ही लोन के रूप में देते हैं। यह प्रतिशत आमतौर पर 25% से 35% के बीच होता है।

उदाहरण के लिए, यदि आपकी मासिक आय ₹50,000 है, तो आप लगभग ₹12,500 से ₹17,500 की मासिक ईएमआई वहन कर सकते हैं।

3. 28% नियम का पालन करें:

यह एक सामान्य नियम है जिसका उपयोग करके आप यह पता लगा सकते हैं कि आप कितना मासिक ईएमआई वहन कर सकते हैं। इस नियम के अनुसार, आपकी मासिक आय का अधिकतम 28% हिस्सा ही आपके आवास ऋण की ईएमआई के लिए आवंटित किया जाना चाहिए।

उदाहरण के लिए:

  • आपकी मासिक आय = ₹50,000
  • आपकी वहन करने योग्य अधिकतम मासिक ईएमआई = 28/100 * ₹50,000 = ₹14,000

4. अन्य खर्चों को ध्यान में रखें:

केवल मासिक ईएमआई ही काफी नहीं है। मकान खरीदने में कई अन्य खर्च भी शामिल होते हैं, जैसे:

  • डाउन पेमेंट: आमतौर पर संपत्ति मूल्य का 10% से 20% तक।
  • स्टांप शुल्क और पंजीकरण शुल्क: संपत्ति मूल्य का 5% से 10% तक।
  • होम लोन प्रोसेसिंग फीस: लोन राशि का 0.5% से 1% तक।
  • मकान रखरखाव खर्च: मरम्मत, नवीनीकरण, बिजली, पानी, गैस, आदि।
  • सजावट और फर्नीचर: घर को सजाने और उसे रहने योग्य बनाने के लिए।

5. बचत योजना बनाएं:

डाउन पेमेंट और अन्य खर्चों के लिए आपको बचत करने की आवश्यकता होगी। अपनी बचत योजना बनाते समय, निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:

  • नियमित बचत: हर महीने अपनी आय का एक निश्चित हिस्सा बचत के लिए अलग रखें।
  • अपने खर्चों को कम करें: अनावश्यक खर्चों को कम करके आप अपनी बचत को बढ़ा सकते हैं।
  • अतिरिक्त आय के स्रोत तलाशें: आप पार्ट-टाइम काम या निवेश के माध्यम से अतिरिक्त आय प्राप्त कर सकते हैं।

6. घर की खोज शुरू करें:

अपने बजट और बचत योजना के आधार पर आप घर ढूंढना शुरू कर सकते हैं। घर ढूंढते समय, निम्नलिखित बातों पर ध्यान दें:

  • अपनी आवश्यकताओं और प्राथमिकताओं को निर्धारित करें: आपको कितने कमरों की आवश्यकता है? आप किस तरह के इलाके में रहना चाहते हैं?
  • विभिन्न विकल्पों पर शोध करें: विभिन्न बिल्डरों और डेवलपर्स से संपर्क करें और उनके प्रोजेक्ट्स के बारे में जानकारी लें।
  • अपनी क्षमता के अनुसार ही घर खरीदें: अपनी आय और ऋण चुकाने की क्षमता से अधिक खर्च न करें।

7. वित्तीय सलाह लें:

घर खरीदने का निर्णय एक बड़ा निर्णय होता है इसलिए, वित्तीय सलाहकार से सलाह लेना हमेशा अच्छा होता है। वे आपको अपनी वित्तीय स्थिति का आकलन करने और आपके लिए सबसे अच्छा ऋण विकल्प चुनने में मदद कर सकते हैं।

8. ऋण आवेदन करें:

एक बार जब आप घर चुन लेते हैं, तो आपको ऋण के लिए आवेदन करना होगा। ऋण आवेदन करते समय, निम्नलिखित दस्तावेजों को तैयार रखें:

  • आय प्रमाण पत्र: वेतन पर्ची, बैंक स्टेटमेंट आदि।
  • पहचान प्रमाण: आधार कार्ड, पैन कार्ड आदि।
  • पता प्रमाण: बिजली बिल, राशन कार्ड आदि।
  • संपत्ति के दस्तावेज: विक्रय विलेख, संपत्ति कर रसीद आदि।

ऋण स्वीकृत होने के बाद, ऋण समझौते को ध्यान से पढ़ें और समझें। ऋण की ब्याज दर, ऋण अवधि, ईएमआई राशि आदि जैसे सभी महत्वपूर्ण पहलुओं को ध्यान से देखें।

निष्कर्ष:

एक मजबूत और व्यवहारिक बजट बनाने से आपको अपने पहले घर को खरीदने के सपने को पूरा करने में मदद मिलेगी। यह आपको आर्थिक रूप से सुरक्षित रखने और अपनी जीवनशैली में सुधार करने में भी मदद करेगा। यह ब्लॉग आपको कैसा लगा? हमें कमेंट में जरूर बताएं!

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