आज के समय में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए Air Purifier अब कोई लग्जरी आइटम नहीं, बल्कि एक जरूरत बन गया है। लेकिन, जैसे ही हम इसे खरीदने का मन बनाते हैं, एक सवाल हमारे दिमाग में सबसे पहले आता है—“क्या Air Purifier चलाने से बिजली का बिल बहुत ज्यादा आएगा?”
कई लोगों को लगता है कि एयर प्यूरीफायर भी एयर कंडीशनर (AC) या हीटर की तरह भारी बिजली की खपत करता है। अगर आप भी यही सोचते हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है। आज हम दूध का दूध और पानी का पानी करेंगे और आसान गणित से समझेंगे कि आखिर यह मशीन आपकी जेब पर कितना असर डालती है।
Air Purifier कितनी बिजली की खपत करता है?
सबसे पहले इस तकनीकी बात को बहुत सरल भाषा में समझते हैं। बिजली की खपत किसी भी उपकरण के ‘Wattage’ (वाट) पर निर्भर करती है।
- एक सामान्य AC (Air Conditioner) लगभग 1500 से 2000 वाट बिजली लेता है।
- एक Water Heater (Geyser) लगभग 2000 वाट बिजली लेता है।
- लेकिन, एक Air Purifier औसतन सिर्फ 40 से 60 वाट बिजली ही लेता है।
जी हाँ, आपने सही पढ़ा! एक एयर प्यूरीफायर उतनी ही बिजली लेता है, जितनी आपके घर की छत पर लगा पुराना सीलिंग फैन (Pankha) लेता है। आसान शब्दों में कहें तो, Air Purifier बिजली का भूखा नहीं है।
गणित समझिये: महीने का खर्चा कितना आएगा?
सिर्फ बातों पर विश्वास मत कीजिये, चलिए गणित लगाकर खुद देख लेते हैं। मान लीजिये आप एक मध्यम आकार का Air Purifier इस्तेमाल कर रहे हैं जो 50 वाट (50W) का है।
भारत में बिजली की एक यूनिट (1 kWh) की औसत कीमत हम ₹8 मान लेते हैं (यह राज्य के अनुसार ₹6 से ₹10 के बीच हो सकती है)।
अगर आप इसे दिन में 10 घंटे चलाते हैं:
- खपत: 50 वाट × 10 घंटे = 500 वाट-घंटे (0.5 यूनिट प्रतिदिन)
- महीने की खपत: 0.5 यूनिट × 30 दिन = 15 यूनिट
- कुल खर्चा: 15 यूनिट × ₹8 = ₹120 प्रति माह
जी हाँ, मात्र ₹120! यह कीमत एक पिज़्ज़ा या दो अच्छी कॉफी से भी कम है। अगर आप इसे 24 घंटे भी लगातार चलाते हैं, तब भी बिल लगभग ₹300 से ₹350 के बीच ही आएगा।
नीचे दी गई तालिका (Table) से आप अपनी जरूरत के हिसाब से खर्चे का अंदाजा लगा सकते हैं:
| उपयोग का समय (प्रतिदिन) | अनुमानित बिजली खपत (महीने में) | अनुमानित लागत (₹8/यूनिट पर) |
| 8 घंटे (सिर्फ रात में) | 12 यूनिट | ₹96 |
| 12 घंटे (आधा दिन) | 18 यूनिट | ₹144 |
| 24 घंटे (पूरा दिन) | 36 यूनिट | ₹288 |
(नोट: यह गणना 50 वाट के प्यूरीफायर पर आधारित है। नए मॉडल और भी कम बिजली लेते हैं)
बिजली बिल को प्रभावित करने वाले कारक
हालाँकि बिल कम ही आता है, लेकिन कुछ कारक ऐसे हैं जो इसे थोड़ा बढ़ा या घटा सकते हैं:
- Fan Speed (पंखे की गति): जब आप प्यूरीफायर को ‘Turbo Mode’ या हाई स्पीड पर चलाते हैं, तो यह अपनी अधिकतम वाटेज (जैसे 60W-80W) का उपयोग करता है। वहीं, ‘Sleep Mode’ या लो स्पीड पर यह मात्र 15W-20W बिजली ही लेता है।
- Filters की स्थिति: अगर आपके प्यूरीफायर का HEPA फ़िल्टर धूल से पूरी तरह जाम (Choke) हो चुका है, तो मोटर को हवा खींचने के लिए ज्यादा जोर लगाना पड़ेगा, जिससे बिजली की खपत थोड़ी बढ़ सकती है।
- Inverter Technology: आजकल बाजार में डीसी मोटर (DC Motor) वाले प्यूरीफायर भी आ रहे हैं, जो सामान्य प्यूरीफायर से भी 50% कम बिजली खाते हैं।
Air Purifier का बिजली बिल कम रखने के स्मार्ट तरीके
अगर आप चाहते हैं कि स्वच्छ हवा भी मिले और बिल भी नाममात्र का आए, तो इन टिप्स को फॉलो करें:
- Auto Mode का इस्तेमाल करें: आजकल लगभग सभी अच्छे प्यूरीफायर में सेंसर होते हैं। इसे ‘Auto Mode’ पर रखें। जैसे ही हवा साफ़ हो जाएगी, पंखे की स्पीड अपने आप कम हो जाएगी और बिजली बचेगी।
- कमरा बंद रखें: प्यूरीफायर चलाते समय खिडकियों और दरवाजों को बंद रखें। इससे मशीन को कमरे की हवा साफ़ करने में कम मेहनत करनी पड़ेगी।
- शुरुआत में High, बाद में Low: जब आप कमरे में आएं, तो पहले 30 मिनट के लिए इसे हाई स्पीड पर चलाएं, फिर जब हवा साफ़ हो जाए तो इसे ‘Sleep Mode’ या लो स्पीड पर कर दें।
- फिल्टर साफ़ रखें: प्री-फिल्टर (जो बाहर की जाली होती है) को हर 15-20 दिन में साफ़ करते रहें।
निष्कर्ष: क्या आपको चिंता करनी चाहिए?
बिलकुल नहीं! Air Purifier के बिजली बिल का डर केवल एक वहम है। इसकी तुलना AC से करना गलत है। यह एक सीलिंग फैन या एक पुराने बल्ब के बराबर ही बिजली खाता है।
सेहत अनमोल है। प्रदूषण से होने वाली बीमारियों और डॉक्टर के खर्चे के सामने महीने का ₹100-₹150 का बिजली बिल बहुत छोटा है। इसलिए, बिजली बिल की चिंता छोड़िये और अपने परिवार के लिए शुद्ध हवा सुनिश्चित कीजिये।









