RoDTEP स्कीम क्या है और इसका लाभ कैसे लें

RoDTEP स्कीम क्या है और इसका लाभ कैसे लें

भारत का निर्यात क्षेत्र देश की आर्थिक वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह नौकरियां पैदा करता है, औद्योगिक विकास को बढ़ावा देता है और विदेशी मुद्रा भंडार को मजबूत करता है। लेकिन, भारतीय निर्यातकों को वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धा करने के लिए कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, जैसे कि उत्पादन और वितरण में लगने वाले करों और शुल्कों का बोझ। यहीं पर RoDTEP स्कीम (निर्यात उत्पादों पर शुल्क और करों की छूट योजना) आती है, जो निर्यातकों को इन छिपे हुए करों से राहत प्रदान करती है। इस लेख में हम जानेंगे कि RoDTEP स्कीम क्या है, इसके लाभ क्या हैं, और आप इसका लाभ कैसे उठा सकते हैं।

RoDTEP स्कीम क्या है?

RoDTEP का पूरा नाम Remission of Duties and Taxes on Exported Products है। यह भारत सरकार द्वारा 1 जनवरी 2021 को शुरू की गई एक निर्यात प्रोत्साहन योजना है, जो पहले की मर्चेंडाइज एक्सपोर्ट फ्रॉम इंडिया स्कीम (MEIS) का स्थान लेती है। इसका मुख्य उद्देश्य निर्यातकों को उन करों और शुल्कों की वापसी करना है, जो उत्पादन और वितरण के दौरान लगते हैं लेकिन पहले रिफंड नहीं किए जाते थे। यह योजना विश्व व्यापार संगठन (WTO) के नियमों के अनुरूप है, जिसके कारण भारत ने MEIS को बंद कर RoDTEP को लागू किया।

भारत सरकार ने जनवरी 2021 से RoDTEP (Remission of Duties and Taxes on Exported Products) स्कीम शुरू की। इसका उद्देश्य है कि भारत से निर्यात होने वाले प्रोडक्ट्स पर लागू कई तरह के ड्यूटी और टैक्स को Exporters को वापस किया जाए।
पहले यह लाभ MEIS (Merchandise Exports from India Scheme) से मिलता था, लेकिन WTO नियमों के चलते उसे बंद कर दिया गया और उसकी जगह RoDTEP लाया गया।

सरल शब्दों में कहें तो, जब कोई भारतीय व्यापारी विदेशी देशों में सामान एक्सपोर्ट करता है, तो उसे लॉजिस्टिक्स, बिजली, VAT, सेंट्रल एक्साइज ड्यूटी जैसे कई टैक्स देने पड़ते हैं। ये टैक्स वापस नहीं मिलते थे, जिससे Exporters की लागत बढ़ जाती थी। RoDTEP स्कीम इन टैक्स को Refund करके भारतीय Exporters को Global Market में ज्यादा Competitiveness देती है।

यह स्कीम 8555 टैरिफ आइटम्स को कवर करती है और इसमें मैन्युफैक्चरर्स, मर्चेंट निर्यातक, और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के जरिए निर्यात करने वाले व्यवसाय शामिल हैं। यह छोटे और मध्यम उद्यमों (SMEs) के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है, क्योंकि यह बिना किसी न्यूनतम टर्नओवर की शर्त के सभी पात्र निर्यातकों को लाभ देती है।

RoDTEP स्कीम के प्रमुख लाभ

RoDTEP स्कीम भारतीय निर्यातकों के लिए कई तरह से फायदेमंद है। आइए इसके प्रमुख लाभों पर नजर डालें:

  1. वित्तीय राहत: यह योजना मंडी टैक्स, वैट, कोल सेस, और बिजली पर लगने वाले शुल्क जैसे अप्रतिपूर्त करों को वापस करती है, जिससे निर्यातकों को लागत में कमी आती है।
  2. प्रतिस्पर्धात्मकता में वृद्धि: करों की वापसी से निर्यातक अपने उत्पादों को वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धी कीमतों पर पेश कर सकते हैं।
  3. डिजिटल प्रक्रिया: ICEGATE पोर्टल के माध्यम से पूरी प्रक्रिया डिजिटल और पारदर्शी है, जिससे रिफंड जल्दी और आसानी से मिलता है।
  4. छोटे व्यवसायों को समर्थन: SMEs को इस योजना से विशेष लाभ होता है, क्योंकि वे नए बाजारों में विस्तार कर सकते हैं।
  5. नए बाजारों की खोज: लागत में कमी के कारण निर्यातक नए अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपनी पहुंच बढ़ा सकते हैं।

उदाहरण: एक टी-शर्ट निर्यातक का केस

मान लीजिए, आप एक टी-शर्ट मैन्युफैक्चरर हैं और अपने उत्पादों को विदेश निर्यात करते हैं। टी-शर्ट बनाने में आपको कपास पर मंडी टैक्स, बिजली पर ड्यूटी, और मशीनरी चलाने के लिए ईंधन पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क देना पड़ता है। ये सभी कर आपकी लागत बढ़ाते हैं। RoDTEP स्कीम के तहत, आप इन करों का रिफंड प्राप्त कर सकते हैं, जिससे आपकी टी-शर्ट की कीमत वैश्विक बाजार में कम हो जाती है। इससे आपकी बिक्री और मुनाफा दोनों बढ़ते हैं।

RoDTEP स्कीम की पात्रता

RoDTEP स्कीम का लाभ उठाने के लिए निम्नलिखित शर्तें पूरी करनी होंगी:

पात्रता मानदंडविवरण
पंजीकृत निर्यातकनिर्यातक को डायरेक्टरेट जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड (DGFT) के साथ पंजीकृत होना चाहिए।
उत्पाद की उत्पत्तिनिर्यातित उत्पाद का मूल देश भारत होना चाहिए।
ई-कॉमर्स निर्यातकई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के जरिए निर्यात करने वाले भी पात्र हैं।
विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ) और EOUSEZ और निर्यात उन्मुख इकाइयां (EOU) भी लाभ उठा सकती हैं।
दस्तावेज अनुपालनशिपिंग बिल, टैक्स इनवॉइस, और निर्यात अनुबंध जैसे दस्तावेज जमा करने होंगे।

नोट: कुछ क्षेत्र जैसे लौह, इस्पात, रसायन, और फार्मास्यूटिकल्स को हाल ही में इस योजना से हटा दिया गया है, क्योंकि ये पहले से ही अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।

RoDTEP स्कीम का लाभ कैसे लें?

RoDTEP स्कीम का लाभ उठाने के लिए निम्नलिखित कदम उठाएं:

  1. ICEGATE पर पंजीकरण: सबसे पहले, ICEGATE पोर्टल पर पंजीकरण करें। इसके लिए आपको आयात-निर्यात कोड (IEC), ईमेल, और मोबाइल नंबर की जरूरत होगी।
  2. शिपिंग बिल में घोषणा: शिपिंग बिल दाखिल करते समय RoDTEP लाभ का दावा करने की घोषणा करें। इसके लिए कोई अलग कोड या शेड्यूल नंबर की जरूरत नहीं है।
  3. दस्तावेज जमा करें: शिपिंग बिल, निर्यात इनवॉइस, और अन्य आवश्यक दस्तावेज जमा करें। सुनिश्चित करें कि उत्पाद का HS कोड सही हो।
  4. क्रेडिट स्क्रिप प्राप्त करें: कस्टम्स द्वारा दावे की जांच के बाद, ICEGATE पोर्टल पर एक स्क्रॉल जनरेट होगा। आप इसे अपने क्रेडिट लेजर खाते में देख सकते हैं।
  5. ई-स्क्रिप का उपयोग: प्राप्त ई-स्क्रिप का उपयोग मूल सीमा शुल्क (Basic Customs Duty) के भुगतान के लिए या इसे अन्य आयातकों को हस्तांतरित करने के लिए करें।

RoDTEP स्कीम की चुनौतियां

हालांकि RoDTEP स्कीम कई लाभ प्रदान करती है, लेकिन कुछ चुनौतियां भी हैं:

  • जटिल दस्तावेजीकरण: छोटे व्यवसायों को दस्तावेजीकरण प्रक्रिया जटिल लग सकती है।
  • अलग-अलग दरें: विभिन्न क्षेत्रों के लिए अलग-अलग रिफंड दरें असमानता पैदा कर सकती हैं।
  • जागरूकता की कमी: कई निर्यातकों को इस योजना की पूरी जानकारी नहीं है।
  • तकनीकी समस्याएं: ICEGATE पोर्टल में कभी-कभी तकनीकी गड़बड़ियां आ सकती हैं।

RoDTEP स्कीम भारतीय निर्यातकों के लिए एक क्रांतिकारी कदम है, जो उन्हें वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धी बनाती है। यह न केवल वित्तीय राहत प्रदान करती है, बल्कि डिजिटल और पारदर्शी प्रक्रिया के माध्यम से व्यवसाय करने की सुगमता को भी बढ़ाती है। यदि आप इसका लाभ उठाना चाहते हैं, तो आज ही ICEGATE पर पंजीकरण करें और अपने निर्यात व्यवसाय को नई दिशा दें।

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